मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) के अंधेरी पूर्व में होने जा रहे विधानसभा की एक सीट के उपचुनाव में उद्धव गुट अपने संभावित उम्मीदवार को लेकर अभी भी असमंजस में है। क्योंकि जिसे वह टिकट देना चाहता है, वह मुंबई महानगरपालिका की कर्मचारी है और उसका त्यागपत्र अभी भी मंजूर नहीं हुआ है। मुंबई के अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना (Shivsena) विधायक रमेश लटके की मृत्यु के कारण यहां उपचुनाव हो रहा है।
ऋतुजा को उम्मीदवार बनाना चाहती है शिवसेना
शिवसेना इस चुनाव में दिवंगत रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को उम्मीदवार बनाना चाहती है। ऋतुजा चुनाव लड़ने के लिए तैयार भी हैं, लेकिन वह मुंबई महानगरपालिका में कर्मचारी हैं। उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। उनके सामने दिक्कत यह है कि अभी उनका त्यागपत्र मंजूर नहीं हुआ है। जबकि चुनाव के लिए नामांकन में सिर्फ दो दिन ही बाकी रह गए हैं। बुधवार को अपने त्यागपत्र की मंजूरी के लिए ऋतुजा लटके ने मुंबई महानगरपालिका के आयुक्त से भी मुलाकात की, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट उत्तर भी नहीं मिल सका है।
भाजपा से होगा उद्धव गुट की शिवसेना का मुकाबला
अंधेरी पूर्व उपचुनाव में शिवसेना उद्धव गुट यानी ‘शिवसेना उद्धव बाला साहब ठाकरे’ का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार से होना है। भाजपा ने अपना उम्मीदवार इसी क्षेत्र से पूर्व सभासद मुरजी पटेल को बनाया है। पटेल 2019 के विधानसभा चुनाव में भी निर्दलीय चुनाव लड़े थे और रमेश लटके से हार गए थे। लटके को 62773 वोट, जबकि मुरजी पटेल को 45808 वोट मिले थे। अब मुरजी भाजपा के अधीकृत उम्मीदवार होंगे।
2014 से पहले इस सीट का प्रतिनिधित्व कांग्रेस के सुरेश शेट्टी करते थे
ऐसी स्थिति में भाजपा को उम्मीद है कि शिवसेना में विभाजन के बाद की परिस्थितियों में मुरजी शिवसेना उम्मीदवार आसानी से हरा सकेंगे। हालांकि 2014 से पहले इस सीट का प्रतिनिधित्व कांग्रेस के सुरेश शेट्टी किया करते थे, लेकिन अब कांग्रेस और राकांपा दोनों ने शिवसेना उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की है। दूसरी ओर, अभी ऋतुजा लटके का त्यागपत्र मंजूर नहीं होने से उद्धव गुट भी अपने उम्मीदवार को लेकर असमंजस में दिखाई दे रहा है।
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