आजमगढ़: जौनपुर जिले के केराकत क्षेत्र के तरियारी गांव में शुक्रवार की देर रात मां ने अपने जुड़वा बच्चों को मार दिया इसके बाद वह खुद फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार की सुबह घटना की जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों के मुताबिक महिला मानसिक बीमारी से पीड़ित थी। पुलिस ने तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत के कारणों की जांच जारी है। पुलिस का मानना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही बच्चों के मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी।
जौनपुर जिले के केराकत क्षेत्र के तरियारी गांव निवासी मनोज पाल की शादी 11 वर्ष पूर्व परियाएं थाना क्षेत्र के लाइन बाजार निवासी सरोजा पाल से हुई थी। शादी के दस साल बाद सरोजा ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया जिसमें एक पुत्र व एक पुत्री थी। लड़के तनवेश व लड़की का नाम तन्वी था। दोनों की उम्र 11 माह थी।
परिजनों के मुताबिक मनोज पाल मुंबई में प्राइवेट इलेक्ट्रीशियन का काम करता था। दो माह पूर्व वह अपनी पत्नी सरोजा को दवा दिलाने के लिए मुंबई से घर लाया था। शुक्रवार को गांव में गणेश पूजा का भंडारा था। मनोज भंडारे में शामिल होने के लिए गया और रात में वहीं रुक गया। शनिवार को सुबह छह बजे वह घर लौटा तो दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजे पर दस्तक के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। इसके बाद परिजनों की मदद से किसी तरह उसने दरवाजा खोला।
कमरे के अंदर की स्थिति देख लोगे सन्न रह गए। सरोजा का शव गाटर के हुक से गमछे के सहारे लटक रहा था जबकि दोनों बच्चे बिस्तर पर मृत पड़े थे। घटना की जानकारी होने पर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। तीन मौत की जानकारी होने पर सीओ गौरव शर्मा, थानाध्यक्ष संजय वर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। प्रथम दृष्टया पुलिस भी मान रही है कि सरोजा ने दोनों बच्चों को मारने के बाद खुद आत्महत्या कर ली। सीओ का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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