इस आंदोलन के तहत एनसीपी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह गैस और दो पहिया वाहनों पर फूल-मालाएं चढ़ाकर उनकी तिलांजलि देकर प्रतिकात्मक विरोध प्रदर्शन किया. इसके अलावा महिला कार्यकर्ताओं ने गैस के दामों में बढोत्तरी के विरोध में गैस त्याग दिया और सड़कों पर चूल्हे जलाकर भाकरी (चावल के आटे से बनी रोटी) बनाई.
मुंबई में इस आंदोलन में शामिल एनसीपी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इंधन की दरों में बढ़ोत्तरी से महंगाई अत्यधिक बढ़ गई है. ऐसे में खास कर एनसीपी की महिला पदाधिकारियों द्वारा आज राज्य व्यापी जन आक्रोश आंदोलन किया जा रहा है. इस आंदोलन के माध्यम से केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है और मोदी सरकार की नीतियों के निषेध का आह्वान किया जा रहा है. पिछले आठ महीनों से बार-बार एनसीपी महिला कार्यकर्ताओं ने गैस, इंधन, पेट्रोल, डीजल और जीवन की बुनियादी चीज़ों के दामों में बढ़ोत्तरी के विरोध में रास्तों पर उतर कर गोबर के कंडे से चूल्हे जलाकर उनमें रोटियां और भाकरी सेंक कर आंदोलन किया है.
एनसीपी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र सरकार ने जल्दी गैस और इंधन की कीमतों मेें कमी नहीं की तो आंदोलन और तीव्र किया जाएगा. एनसीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि बढ़ती महंगाई ने आम महिलाओं के घर का बजट बुरी तरह से बिगाड़ दिया है. देश और राज्य में आम आदमी का जीवन पटरी से पूरी तरह उतरे, उससे पहले ही केंद्र सरकार आवश्यक वस्तुओं के दामों में लगाम लगाए और आम आदमी को राहत पहुंचाए. वरना एनसीपी का यह आंदोलन यहीं नहीं रूकेगा. यह और रफ़्तार पकड़ेगा.