19 फरवरी को महाराष्ट्र में सेलिब्रेट किए जाने वाले शिव जयंती समारोह में अब 100 लोग शामिल हो सकेंगे। हालांकि, सभी को कोरोना लॉकडाउन के नियमों का पालन करना होगा। भारतीय जनता पार्टी काफी दिनों से राज्य सरकार पर आरोप लगा रही थी कि कोरोना के नाम पर सरकार शिव जयंती समारोह मनाने से लोगों को रोक रही है। जिसके बाद अब राज्य सरकार ने शुक्रवार को नई गाइडलाइन जारी की हैं। इससे पहले राज्य सरकार ने सिर्फ 10 लोगों को ही इस समारोह में शामिल होने की अनुमति दी थी।
भाजपा लगातार अनुमति देने की कर रही थी मांग
सोमवार को राज्य सरकार पर शिवाजी महाराज के अपमान का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अल्टीमेटम दिया था कि अगर 1 सप्ताह में सरकार कोई फैसला नहीं लेती तो वे सड़कों पर उतर कर इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। बीजेपी नेता राम कदम की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी भी लिखी गई थी। बीजेपी नेता ने सवाल किया था कि जब कोरोना कंट्रोल में है, तो फिर लोगों को शिव जयंती में शामिल होने से क्यों रोका जा रहा है?
बीजेपी नेता राम कदम ने अपनी चिट्ठी में कहा था कि जब सभी राजनीतिक पार्टियों और सरकारी कार्यक्रम हो रहे हैं तो फिर शिव जयंती क्यों नहीं मनाने दी जा रही है? ये सब शिवाजी के महाराष्ट्र में हो रहा है। महाराष्ट्र में लगातार हिन्दुओं पर हमला किया जा रहा है, पालघर में साधुओं को मार दिया गया।
अनिवार्य रूप से लॉकडाउन के नियम मानने होंगे
19 फरवरी के समारोह को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइन में कहा गया है कि जहां भी यह समारोह हो रहा है वहां सिर्फ 100 लोग मौजूद रहेंगे। सभी के चेहरे पर मास्क होना चाहिए। आयोजनकर्ता इस बात को सुनिश्चित करें कि कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर और मास्क मौजूद रहे। अगर किसी भी जगह पर गाइडलाइन के नियमों का उल्लंघन होता है तो आयोजकों पर कार्रवाई की जाएगी।