● मिथिलेश गुप्ता
डोंबिवली : - डोंबिवली पूर्व में छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले के पास संजीत वायंगणकर नामक व्यक्ति सुबह के नाश्ते का स्टॉल लगाते हैं, आज सुबह जब वह स्टॉल पर पंहुचे तो उनके पैर के ऊपर एक जहरीला सांप गुजर गया उन्होंने अपने मोबाइल से वीडियो बनाया और सर्पमित्र सौरभ मुले को फोन करके बताया । सेवा ट्रस्ट संस्था के अध्यक्ष व सर्पमित्र सौरभ मुले ने सांप को पकड़ लिए और कल्याण डोंबिवली की फॉरेस्ट विभाग को सूचना देने के बाद 24 घण्टे के भीतर सांप को घने जंगलों में छोड़ दिया जाएगा ।
इस सांप नाम कॉमनक्रेट ( मन्यार ) हैं । इंडिया में चार सबसे जहरीले सांपो में से एक मन्यार सांप हैं । यह सांप कोबरा और पायथन से भी ज्यादा जहरीला और खतरनाक है ऐसी जानकारी 'वॉर रेस्क्यू फाउंडेशन' के सचिव सुहास पवार ने दी। आगे पवार ने बताया कि, यह सांप निशाचर हैं मतलब यह रात के समय अपने शिकार के लिए बाहर निकलता है । इसका खून ठंडा होता है, इसलिए यह गर्म जगह की तलाश करता है ताकि यह अपने खून को गर्म रख सके । गांवों में लोग जमीन पर सोते हैं, उनके कंबल या चादरों का सहारा लेता हैं । ऐसे समय में व्यक्ति ने अगर करवट भी बदली तो सांप उन्हें अपना शिकार बना लेता है । लेकिन व्यक्ति को मच्छर काटने जैसा ही महसूस होता हैं क्योंकि इनके दांत बड़े छोटे होते हैं । पूरे शरीर में जहर धीरे धीरे फैल जाता हैं और सुबह होते होते व्यक्ति की नींद में ही मौत हो जाती हैं । इसलिए यह कहावत बना है कि, सांप के काटने से आदमी सुबह का सूरज नही देख पाता... सुहास पवार आगे बताया कि, हाजीमलंग परिसर में पायथन सांप बड़े पैमाने पर मिलते हैं । लेकिन डोंबिवली की पहाड़ियों में मन्यार बड़ी संख्या में पाया जाता हैं । बीते कई सालों में डोंबिवली एमआईडीसी परिसर में मन्यार सांप बड़ी संख्या में पाए गए है ।
■ हाइली बेनमस " सबसे ज्यादा जहरीले सांपो में से एक मन्यार सांप है, इस सांप के दांत छोटे होते हैं । यह कम मात्रा में ज्यादा नुकसान पहुचाता है । यह सांप अपने जहर के 0.2 मात्रा में 10 इंसानों के मारने की क्षमता रखता है ऐसा जानकारी भी वॉर रेस्क्यू फाउंडेशन के सचिव सुहास पवार ने दी ।