- किरीट सोमैया ने ठाकरे सरकार पर लगाया करोड़ों की हेराफेरी का गंभीर आरोप
- सोमैया ने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर की शिकायत
दिनेश वर्मा
मुंबई. मुंबई सहित महाराष्ट्र में बढ़ रही कोरोना पीड़ितों की संख्या एवं राज्य की आर्थिक व्यवस्था को लेकर बीजेपी महाराष्ट्र बचाओ आंदोलन शुरु की है. इसी बीच भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने क्वारंटाइन सेंटरों के जरिए करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगा कर ठाकरे सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है. सोमैया ने इस संदर्भ में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे को पत्र भी लिखा है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने वाले हाई रिस्क के एक लाख से अधिक लोगों को क्वारंटाइन सेंटरों में रखा गया है.स्वास्थ्य मंत्री टोपे को लिखे पत्र में सोमैया ने कहा है कि वरली, धारावी, बांद्रा, चांदिवली, शिवाजीनगर गोवंडी, कंजूरमार्ग, कांदिवली, भायंदर एवं ठाणे के क्वारंटाइन सेंटर का जायजा हमने लिया है.यहां पर 10 से 14 दिनों तक लोगों को रखा जाता है, लेकिन लोगों को न तो समय पर नास्ता मिलता है न ही खाना.जो मिलता भी है वह निकृष्ट दर्जे का होता है.पानी एवं साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है.क्वारंटाइन सेंटर का हाल
क्वारंटाइन सेंटर में चाय, नाश्ता, भोजन का ठेका वार्ड स्तर पर दिया जाता है. जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता देखने को मिली है. कमीशन के आधार पर ठेके दिए गए हैं.कई स्थानों पर दो चार दिन के लिए भी ठेके दिए गए हैं. जिसकी वजह से पिछले दिनों पवई स्थित क्वारंटाइन सेंटर के लोगों को दिन भर भूखे रहना पड़ा . ठेकेदारों को अलग-अलग दर पर पैसे दिए जा रहे हैं .पूर्व उपनगरों में भोजन के लिए प्रति व्यक्ति 172 रुपये भुगतान किया जा रहा है तो धारावी एवं दादर में 372 रुपये दिए जा रहे हैं. वहीं ठाणे में प्रति व्यक्ति 415 रुपये का ठेका दिया गया है.