15 ग्राम ड्रग से खुला राज, 27.78 करोड़ रुपये का मेफेड्रोन पाउडर जब्त; वाराणसी की फैक्ट्री से मुंबई पहुंचा था मादक पदार्थ

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  1. मास्टरमाइंड ओम गुप्ता को तलाश रही है ठाणे पुलिस
  2. खेत की जमीन पर बने मकान में चल रही थी फैक्ट्री

ठाणे। ठाणे पुलिस की टीम ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में खेत की जमीन पर बने मकान में मादक पदार्थ मेफेड्रोन बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। 27.78 करोड़ रुपये का मेफेड्रोन क्रिस्टल पाउडर, मेफेड्रोन तैयार करने में इस्तेमाल होने वाली करीब 8.62 लाख रुपये की सामग्री और कार जब्त की है।

मास्‍टरमाइंड की तलाश में ठाणे क्राइम ब्रांच
ठाणे क्राइम ब्रांच अब ओम गुप्ता उर्फ मोनू की तलाश कर रही है जो इस मामले का मास्टरमाइंड है। इस फैक्ट्री से मेफेड्रोन की आपूर्ति सड़क मार्ग से मुंबई तक की जाती थी। ठाणे में 15 ग्राम मेफेड्रोन के साथ एक आरोपित की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुई जांच के तहत इस फैक्ट्री का पता चला।
पुलिस टीम ने लगभग 45 दिनों तक स्थानीय ग्रामीणों की तरह इस क्षेत्र में रहकर फैक्ट्री का पता लगाया और आरोपितों को गिरफ्तार किया। पुलिस का यह अभियान फरवरी 2024 को शुरू हुआ जब टीम ने आफताब अजीज मलाडा (22) को गिरफ्तार किया।
आफताब को 24 फरवरी को 15 ग्राम मेफेड्रोन के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद जयनाथ यादव उर्फ कांचा (27), शेरबहादुर सि‍ंह उर्फ अंकित (23) और हुसैन सलीम सईद (48) को गिरफ्तार किया गया।

ऐसे जुड़ती चली गई कड़ी
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आफताब से लेकर सईद तक मादक पदार्थों की आपूर्ति की श्रृंखला थी। इसके बाद मादक पदार्थों की आपूर्ति खरीदारों तक की जाती थी। हमने कुल मिलाकर 14 लाख रुपये मूल्य की लगभग 481 ग्राम मेफेड्रोन जब्त की थी। जांच करने पर हमने पाया कि मादक पदार्थों की आपूर्ति उत्तर के वाराणसी से की गई थी। वाराणसी से मादक पदार्थों की आपूर्ति का लि‍ंक होने की बात पता चलने पर पुलिस टीम बनाई गई। टीम वाराणसी रवाना हुई।
टीम ने वाराणसी पुलिस के टास्क फोर्स की मदद से विवरण जुटाना शुरू कर दिया। आरोपितों से पूछताछ के दौरान पता चला कि उन्होंने ओम गुप्ता उर्फ मोनू से ड्रग्स लिया था। मोनू वाराणसी के भगवतीपुर गांव में प्रदीप प्रजापति के घर पर फैक्ट्री चलाता है।
45 दिन वेश बदलकर रहे पुलिसवाले

पुलिस टीम लगभग 45 दिनों तक स्थानीय ग्रामीणों की तरह इस क्षेत्र में रही। इस दौरान स्थानीय पुलिस और सूत्रों से पता चला कि फैक्ट्री खेत में बने घर में चल रही थी।
इलाके में आने-जाने वाले लोगों के बारे में सारी जानकारी जुटाकर वाराणसी एसटीएफ की मदद से पुलिस ने 16 मार्च को फैक्ट्री पर छापा मारकर अतुल सि‍ंह (36) और संतोष गुप्ता (38) को गिरफ्तार किया था।
इस दौरान 25 किलोग्राम मेफेड्रोन क्रिस्टल पाउडर मिला। इसका मूल्य करीब 25 करोड़ रुपये है। मेफेड्रोन बनाने में इस्तेमाल होने वाली लगभग 2.645 किलोग्राम सामग्री जब्त की है, जिसकी कीमत 2.64 करोड़ रुपये है। वाराणसी से गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों को स्थानीय वाराणसी अदालत में पेश किया गया और ट्रांजिट रिमांड पर ठाणे लाया गया।

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