उज्जैन में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना में एक बुजुर्ग के चीथड़े उड़ गए। आशंका है कि चार्जिंग पर लगे मोबाइल के फटने से उनकी जान चली गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मामला उज्जैन के बड़नगर का है। दयाराम बारोड (60) रुनिजा रोड पर उनके खेत में बने कमरे में अकेले रहते थे। सोमवार को पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उनका सिर से सीने तक का हिस्सा उड़ा मिला। पुलिस ने आशंका जताई कि वह अपने मोबाइल से चार्जिंग लगी हालत में ही बात कर रहे होंगे, इसी दौरान मोबाइल फटने से उसकी चपेट में आ गए होंगे।
दोस्त ने लगाया था कॉल, उठाते ही मोबाइल बंद
दयाराम को सोमवार को अपने दोस्त दिनेश चावड़ा के साथ गमी के कार्यक्रम में इंदौर जाना था। दिनेश ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर उनके लिए भी इंदौर का टिकट ले लिया था। जब काफी देर तक वे स्टेशन नहीं पंहुचे तो दिनेश ने उन्हें कॉल लगाया। कॉल रिसीव करते ही मोबाइल बंद हो गया। इसके बाद मोबाइल लगातार बंद आता रहा। जिसके बाद दिनेश उन्हें देखने खेत पर पहुंचे, तो वहां का नजारा देख उनके होश उड़ गए। उन्होंने पुलिस को इस बात की खबर दी।
गर्दन से सीने तक का हिस्सा और एक हाथ उड़ा
सूचना पर टीआई मनीष मिश्रा और एसआई जितेंद्र पाटीदार मौके पर पहुंचे। बुजुर्ग का गर्दन से लेकर सीने तक का हिस्सा और एक हाथ पूरी तरह से उड़ा मिला। प्रथम दृष्ट्या जांच में पता चला कि कोई विस्फोट हुआ है। घटना स्थल पर ओप्पो कंपनी का मोबाइल फोन डिस्मेंटल कंडीशन में मिला है। बिजली पाइंट भी पूरी तरह जला हुआ था। मौके पर अन्य कोई विस्फोटक या ज्वलनशील सामग्री भी नही मिली है।
थाना प्रभारी मनीष मिश्रा ने बताया कि मोबाइल ब्लास्ट होने से ही बुजुर्ग की मौत होने की आशंका है। शव को पीएम करवाकर परिजनों को सौंपा है। बुजुर्ग खेती किसानी करते थे। पत्नी की मृत्यु के बाद से ही बच्चों से नहीं बनती थी, इसलिए वे खेत पर ही बने कमरे में अकेले रहते थे।