‘बाकी सब छोड़ो, यीशु मसीह की पूजा करो’… यह कह पुणे में धर्म परिवर्तन की कोशिश, FIR

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ये तुम्हारे देव किसी काम के नहीं हैं. तुम्हारे भगवान तुम्हारी बीमारी दूर नहीं कर सकते है. इनके फोटो उतार कर फेंक दो. यह लो, यह ईसा मसीह का रक्त पियो.सिर्फ जीसस की पूजा करो. जीसस की प्रार्थना में अपार शक्ति है. इसकी प्रार्थना इन देवों की पूजा से बहुत ज्यादा शक्तिशाली है. यह कहते हुए महाराष्ट्र के पुणे के करीब पिंपरी और आलंदी इलाके में धर्म परिवर्तन की कोशिश करने के आरोप में सुधाकर सूर्यवंशी नाम के शख्स के साथ तीन लोगोंं के खिलाफ आलंदी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है.


शिकायत दर्ज करवाने वाले शख्स पिछले पांच सालों से श्मशान भूमि में काम करते हैं. उनका कहना है कि वे जब घर में मौजूद थे तो एक जनवरी के दिन उनके घर तीन लोग आए. वे उनके और उनके आस-पड़ोस के लोगों के बीच अंधविश्वास फैलाने की कोशिश करने लगे. उन्होंने छोटे-छोटे कांच के ग्लास में लाल अंगूर के रस को पीने के लिया और कहा कि यह ईसा मसीह का रक्त है. इसे पीने से सारी बीमारियां दूर हो जाएंगी. सारी मुसीबतें ईसाई धर्म से जुड़ी प्रार्थना करने से छू मंतर हो जाएंगी.


‘यीशू मसीह का रक्त पियो, अपने देवी-देवताओं को त्याग दो’

उन लोगों ने कहा कि घर में रखे हुए जितने भी देवी-देवताओं को फोटो हैं, वे फेंक दें. वे ही मुसीबतों के जंजाल हैं. अपना धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म को अपना लें. ईसा मसीह की पूजा करें. अगर वे ऐसा करेंगे तो सभी आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से निजात मिलेगी. शिकायतकर्ता के मुताबिक ऐसा कहते हुए सुधाकर सूर्यवंशी और उसके साथियों ने धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की और अंधविश्वास फैलाया.


‘ईसाई धर्म अपनाओगे तो सारी मुसीबतों से छुटकारा पाओगे’

शिकायतकर्ता का कहना है कि ना सिर्फ उन पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया बल्कि उनके देवी-देवताओं को बेकार और भंगार (कचरा) बताया. यह कहा गया कि अगर वे यीशू मसीह का रक्त (लाल अंगूर का रस) पिएंगे तो कभी अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वे निरोगी और स्वस्थ रहेंगे. इसके अलावा उनलोगों ने आस-पड़ोस के लोगों पर भी अंधविश्वास का प्रचार किया. इसके बाद वे पुलिस स्टेशन गए और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी. आलंदी ग्रामीण पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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