- विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के इंचार्ज गायकवाड के डांस बार प्रेम की बलि चढ़ा एक संत समाज का परिवार और उनका दरबार
- जिसके लिए हमने पहले ही कर दिया था सचेत।
- हमने पहले आपको बता दिया था की एक दिन बहुत बड़ी घटना को दिया जा सकता है अंजाम। क्या अब महाराष्ट्र सरकार कर सकेगी विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के सीनियर पीआई गायकवाड को सस्पेंड?
- क्या पहले जैसे थाने सिटी में डांस बार वालों से प्रेम लुटाने के चक्कर में थाने सीपी ने स्ट्रांग एक्शन लिया था, गायकवाड़ को कंट्रोल में बदली कर...
- गायकवाड पर क्या वैसा ही अब विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन की हद में चल रहे पूरी रात भर डांस बार चालू रखने के चक्कर में होगी कार्रवाई?
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हमने आपको पिछले हफ्ते ही बता दिया था कि गायकवाड को फिर से डांस बार के प्रेम में अपनी नौकरी गंवानी पड़ेगी, क्योंकि पूरे महाराष्ट्र में कहीं भी डांस बार पूरी रात खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाते नहीं देखे जा सकते जो उल्हासनगर में खासकर विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के हद में दिखता है...दिखेगा भी क्यों नहीं?
क्योंकि यहां के एरिया इंचार्ज गायकवाड नाम के पी आई है। ये वही पीआई है जिनको पिछले साल थाने सीपी से डांस बार के प्रेम में कई तरह की कानून को उड़ाने की छूट दे रखी थी, जिसका वह करम भुगत चुके हैं। सबको लगा एक मौका देकर इस अधिकारी को अपने कर्मकांड और अपने ड्यूटी का पालन करने का एक मौका दिया जाना चाहिए। जिसके चलते थाने पुलिस Captin ने एक मौका देकर उनको थाने कंट्रोल से निकाल कर ज़ोन 4 के उल्लासनगर में आने वाली विट्ठलवाड़ी पुलिस का इंचार्ज बना दिया मगर एक दो महीने ईमानदारी और ताजा-ताजा सस्पेंशन के मार की डर से चुपचाप अपनी केबिन में बैठे रहे। न लॉ एंड आर्डर का ख्याल रखा, न किसी और बात का। पर इसी बीच यहां के डांस बार मालिक और उनके दलालों का पट्टा जरूर लगा दिया जिससे इसका फायदा यह हुआ कि दो चार महीने में ही पुलिस स्टेशन अपनी पुलिस कर्मियों के तो नहीं ना ही किसी अच्छे समाज सेवक के, वह सिर्फ डांस बार मालिक के करीब आ गए और दो दलाल काम पर रख कर उनको डे वाइज वसूली पर रख के डांस बार वालों को खुलेआम बीच चौक पर खुलेआम पूरी रात विट्ठलवाड़ी पुलिस से कुछ ही दूर पर श्री राम चौक पर पूरी रात सुबह 5:00 बजे तक डांस और उसके आड़ में अय्याशियों का अड्डा बना दिया। इन डांस मालिक लोगों को इतनी मस्ती आ गई गायकवाड साहब के खुले और दोस्ताना माहौल में कि बीच चौक पर उनको पुलिस की दो दो गाड़ी खड़ी करके डांस बार की पूरी रात परमिशन दी जाने लगी। हमने पहले ही कहा था यहां के माहौल कभी भी खराब और अशांत हो सकता है क्योंकि यहां डांस बालाएं कोई नवी मुंबई तो कोई अलीबाग...कोई थाने कोई किधर से तो कोई किधर से आकर काम करती हैं जिनकी वजह से इनके चाहने वालों के साथ साथ कई जाने अनजाने लोगों का यहां पर आना जाना चालू हो गया। यहां तक कि ये डांस की शोभा बढ़ाने को कई गैंगस्टर ,क्रिकेट बुकीज. कई जुआ के अड्डे चलाने वाले और भी कई तरह के ऐसे असामाजिक लोगों का यहां गायकवाड साहब के संरक्षण में स्वर्ग बन गया। जहां यह सब गलत काम करने वालों की ईमानदार पीएसआई राजपूत और एपीआई चौधरी जैसे अधिकारियों के सामने एक ना चलती थी, वही सब चोर पॉकेटमार चरसी और गुंडे किस्म के लोग गायकवाड साहब के डांस बार प्रेम के चलते खुलेआम बीच चौक पर नाचने और नचाने लगे.. पुलिस का तो अब इन पर कोई डर नहीं रहा। एक वक्त था जब पीएसआई राजपूत के नाम से इन सब की पेंट गीली हो जाती थी। अब यह सब गायकवाड और उनके दो दलाल पुलिस collectron के आशीर्वाद से इन ईमानदार अधिकारियों के काम पर भी अब कहीं ना कहीं बंदिश और दबाव देखने को मिल रहा है जिसका ताजा मामला देखने को मिला जब 2 दिन पहले उसी श्री राम चौक परिसर में सबसे बड़े सनातन गुरु बाबा स्वामी डामाराम साहिब दरबार जी की दरबार, जहां पूरे साल दुनिया भर से उनके अनुयाई आते हैं, जहां कई तरह के धार्मिक आयोजन होते रहते हैं, अब वह दरबार के सब कर्ताधर्ता भाई जय भाई साब हैं। उनके और उनके परिवार के सदस्यों को 7 अज्ञात लोगों ने दरबार में घुसकर उन्हें घायल कर लूटपाट करके गायकवाड साहब को सलाम कर के चलते बने।
पहले से पूरी तैयारी के साथ आये 7 नकाबपोश हथियारधारी ने खुलेआम बिना डर के दरवाजा तोड़कर 40 से 50 लाख का कैश, ज्वैलरी के साथ कई तरह के कीमती और अमूल्य वस्तु लूट ली । साथ ही भाई जय के बेटे को विरोध करने पर चाकू से जख्मी किया गया। वहीं भाई साहब की छोटी बेटी के विरोध करने के अज्ञात 7 लुटेरों ने उसके गले पर चाकू रखकर डराया धमकाया और कैमरा का डीवीआर भी लेकर चले गए।
अब आप यह खुद सोचिए कि गायकवाड साहब अब कैसे और किस को इस गलत घटना को अंजाम देने वालों को पकड़ेंगे क्योंकि यह परिसर में तो रात भर हजारों लोग पता नहीं कहां कहां से आते जाते रहते थे गायकवाड़ साहेब के आशीर्वाद से चलने वाले ठुमको को देखने। पता नहीं किसने इस घटना को अंजाम दिया। आप खुद सोचे कितने सरल और साफ तरीके से इन लोगों ने प्लानिंग की होगी। क्योंकि उनको प्लानिंग को बनाने का पूरा टाइम गायकवाड साहब के डांस बार प्रेम की वजह से मिला होगा। तभी तो बीच चौक पर इस घटना को अंजाम दिया गया। यह मामूली घटना नहीं है। यह एक विशेष समाज में आने वाले एक महान सनातन संत के दरबार में हुआ है। ये संत तो उन चोर और लुटेरों को उनकी सजा जरूर देगा पर अब देखना है कि विट्ठलवाड़ी पुलिस कब इनको पकड़कर वापस इनका लूटा माल दिलाकर इंसाफ दिलाती है। यह तो कुछ ईमानदार अधिकारी पुलिस कर्मी बचे हुए हैं विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन में जिनसे अभी न्याय की उम्मीद है वरना पीआई गायकवाड के डांस बार के चक्कर में तो सोचे क्या-क्या उल्लासनगर वासियों को देखने को मिलेगा। यहां के ना संत समाज सुरक्षित है ना यहां से रिंकू भाई के यहां सत्संग में जाने वाले अमृतवेला सुबह 3:00 से 4:00 सत्संग में जाने वाले बड़े बुजुर्ग और महिलाएं क्योंकि श्रीराम चौक अब डांस बार वालों का अड्डा बन चुका है। पूरी रात रंगरलियां मनाई जाती हैं।। यहां से गुजरने वाले तक यहां सुरक्षित नहीं क्योंकि यहां बड़ा चौक होने की वजह से यहां के लोकल कारपोरेशन ने यहां हाई मास्क लाइट लगाई है। पर हैरत तो यह है डांस बार वालों की हिम्मत तो देखें। रात को 1:00 बजे ही पूरे चौक की लाइट तक गायकवाड साहब के डांस बार प्रेम के चलते बंद कर दी जाती है। अब आप खुद सोचें सकते हैं कि जहां के डीसीपी, जो जिम्मेदार बताए जाते हैं, जो की हैं भी, जो अब आईपीएस मोहिते कहलाये जाते हैं ऐसे. ऐसे डीसीपी और ईमानदार एसीपी उल्हासनगर मोतीराम राठौड़ के होने के बाद भी कैसे ये गायकवाड़ जैसे अधिकारी अपने पैसे कमाने के प्रेम में पूरे वर्दी को दागदार कर देते हैं। इस गंभीर मामले को आज नहीं तो कल खुलासा हो जाएगा पर अब देखना है थाने पुलिस का सबसे ईमानदार बॉस फिर से गायकवाड पर कोई स्ट्रांग एक्शन लेंगे।?
ऐसे पुलिस अधिकारी ही भक्षक बनकर वर्दी की आड़ में लूटेरों के साथ मिलकर जनता पर जुल्म करते हैं, तुरंत हथकड़ी लगाकर इसको थाने जिले पैदल घुमाया जाय ।
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