टाटा संस के पूर्व प्रमुख साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) और उनके दोस्त की सड़क दुर्घटना में मौत के एक दिन बाद एनएचएआई के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) चारोटी पुल के पास मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर और अधिक साइनेज लगाएगा, जो मोटर चालकों को सुरक्षित ड्राइव करने के लिए आगाह करेगा. साइरस समेत उनके दोस्त जहांगीर पंडोले की, पालघर जिले के कासा में पुल पर कार के दुर्घटनाग्रस्त होने से मृत्यु हो गई थी और दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
ब्लैकस्पॉट नहीं था दुर्घटना स्थल
NH-48 का प्रबंधन करने वाले NHAI के परियोजना निदेशक, सूरज सिंह ने कहा कि, “पालघर के सांसद राजेंद्र गावित ने राजमार्ग पर अधिक संकेतों पर चर्चा करने के लिए एक बैठक बुलाई है. हम हाईवे पर और साइनेज लगाएंगे, लेकिन जिस जगह पर दुर्घटना हुई वह ब्लैकस्पॉट नहीं था.'' गावित ने बताया कि, "तलसारी, कासा, मनोर में एनएच -48 पर अधिक साइनेज, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की जरूरत है. मैं गुरुवार को सभी हितधारकों के साथ बैठक में इसे उठाऊंगा."
कार के तेज गति से चलने का मामला आया सामने
वहीं साइरस की मृत्यु मामले में पालघर के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कार तेज गति से चल रही थी. बकौल द इंडियन एक्सप्रेस "आरटीओ के दपचारी चेक प्वाइंट पर लगे सीसीटीवी कैमरे के अनुसार, उनकी कार ने 14 से 16 मिनट में 21 किमी का सफर तय किया." दुर्घटना के प्रभाव को कम करने के लिए पुल पर पैरापेट की दीवार पर क्रैश बैरियर होना चाहिए. जबकि पालघर पुलिस ने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर सूर्य नदी (जिसे सूर्य नदी चरोटी पुल भी कहा जाता है) पर दो लेन का पुल दुर्घटना-ग्रस्त स्थल नहीं है क्योंकि वहां कोई घातक दुर्घटना नहीं हुई है, स्थानीय लोगों और मोटर चालकों का दावा है कि सूर्य नदी पुल तक पहुंचने से पहले सर्विस रोड और हाईवे के बीच बेहतर साइनेज और इंप्रूव्ड डिवाइडर राजमार्ग की जरूरत है.
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