उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार रात करीब सवा 11 बजे राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वे सिर्फ 115 दिन ही मुख्यमंत्री रह पाए। इससे पहले BJP से 2002 में भगत सिंह कोश्यारी 123 दिन CM रहे थे।
इस्तीफे के बाद रावत ने कहा कि संवैधानिक संकट की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। उन्होंने मौका देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि आलाकमान के कहने पर मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने बताया कि अगला मुख्यमंत्री कोई विधायक ही होगी। शनिवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्तीफे पर बात नहीं की थी
इससे एक घंटे पहले करीब 9.49 बजे रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं। इसके बाद वे प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म कर चले गए। पत्रकारों ने उनसे इस्तीफे के बारे में सवाल भी किया, लेकिन रावत बिना जवाब दिए निकल गए।
पहले कहा गया था कि तीरथ सिंह रावत भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस्तीफा सौंप चुके हैं। अब राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर धन सिंह रावत और सतपाल महाराज के नाम चर्चा में है। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को राज्य के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया है। वह शनिवार को बैठक में मौजूद रहेंगे।