उल्हासनगर- उल्हासनगर ट्रैफिक एसीपी की तरफ से उल्हासनगर के ट्रैफिक पुलिस के इंस्पेक्टर श्रीकांत धरने और उनकी टीम ने अवैध रूप से मोटरसाइकिल में साइलेंसर लगाए हुए मोटरसाइकिल 132 और विट्ठलवाड़ी ट्रैफिक विभाग ने 27 मोटरसाइकिल से उनका साइलेंसर निकालकर उनको आम लोगों के सामने जेसीबी मशीन से नष्ट कर दिया। ताकि मोटरसाइकिल चलाने वाले फिर से ऐसे साइलेंसर का उपयोग ना कर सके। इस कार्रवाई में शामिल वाहन चालकों पर
१९८ मोटर वाहन एक्ट के तहत मुकदमा चलाया जाएगा और साथ ही मैकेनिक या जिस व्यक्ति से उन्होंने मॉडिफाइड साइलेंसर लगाए हैं या जहां से उन्हें फिट किया गया है ऐसे साइलेंसर बनाने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।आपको बता दें की यह साइलेंसर ध्वनि प्रदुषण को बढ़ावा देते हैं। साथ ही इनकी आवाज इतनी तेज होती है कि आम लोगों को रास्ते पर गुजरती समय सिर दर्द के साथ-साथ अटैक की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
ट्रैफिक पुलिस के डीसीपी पाटिल के आदेश पर पहले कल्याण ट्रैफिक डिपार्टमेंट और आज उल्हासनगर ट्रैफिक यूनिट ने कार्रवाई को अंजाम दिया। इससे पहले भी उल्हासनगर ट्रैफिक यूनिट को कई तरह से तकलीफें आने आने के बाद यूनिट के सीनियर इंस्पेक्टर श्रीकांत धरने कई चुनौतियों का अच्छे से हल कर चुके हैं। मिलनसार अधिकारी श्रीकांत धरने और उनकी टीम की वजह से आज उल्हासनगर की ट्रैफिक समस्या पहले से अब ठीक हो चुकी है।