पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम में बुधवार शाम को घायल हो गईं। इस घटना के बाद उन्हें कोलकाता लाया जा रहा है। उन्होंने आज ही नंदीग्राम से नामांकन दाखिल किया है। इस घटना के बाद ममता ने कहा कि किसी ने उन्हें उस समय धक्का दिया, जब वे कार में बैठ रही थीं। इसी वजह से उनके पैर में चोट लगी।
ममता पर हमले के बाद, पश्चिम बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा, ‘ममता बनर्जी ने हमदर्दी पाने के लिए ड्रामा किया। उनके साथ भारी पुलिस फोर्स मौजूद था। ऐसे में उनके करीब कौन पहुंच सकता है? जो 4 IPS अफसर उनकी सिक्योरिटी के इंचार्ज हैं, उन्हें सस्पेंड किया जाना चाहिए। हमला करने वाले अचानक तो प्रकट नहीं हुए होंगे। उन्हें पकड़ा जाना चाहिए।’
नंदीग्राम में ममता और अधिकारी आमने-सामने
नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके पूर्व सिपहसलार, अब भाजपा के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी आमने- सामने हैं। बुधवार को ममता ने हल्दिया पहुंचकर अपना नामांकल दाखिल किया तो शुभेंदु ने भी अपने चुनाव प्रचार की कमान संभाली।
पर्चा दाखिल करने के बाद ममता ने नंदीग्राम पर अपना अधिकार जताते हुए बताया कि कैसे उन्होंने 26 दिन तक बिना कुछ खाए-पिए यहां अनशन किया था। अब यहां की जनता उनका साथ दे। तो दूसरी तरफ शुभेंदु ने ममता पर हमला बोलते हुए दावा किया कि वो नंदीग्राम से कम-से-कम 50 हजार मतों से जीत दर्ज करेंगे। इससे पहले ममता ने नंदीग्राम में शिव मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक किया तो वहीं शुभेंदु ने हनुमान मंदिर में पूजा की।
ममता ने बुधवार दोपहर करीब 1:55 बजे नंदीग्राम सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। इससे पहले अपनी ताकत दिखाने के लिए उन्होंने हल्दिया में एक किलोमीटर लंबा रोड शो किया, जिसमें TMC के हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे। यहां ममता ने कहा कि चाहे 7 मार्च हो, 10 दिसंबर हो या 14 मार्च हो, हर आंदोलन में मैंने नंदीग्राम का साथ दिया है।
नामांकन दाखिल करने के बाद ममता ने वही बातें दोहराईं जो उन्होंने मंगलवार को कहीं थीं। उन्होंने कहा, 'मैंने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के पहले यहां के लोगों से पूछा था। लोगों ने मुझे चुनाव लड़ने को कहा और इसलिए मैं नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हूं। ममता ने कहा कि नंदीग्राम का एक और नाम संग्राम है।