उल्हासनगर. मनपा मुख्यालय स्थित महापौर, स्थायी समिति के सभापति, सभागृह नेता के केबिनों के बाहर के पैसेज का 6 महीने पहले ही सुशोभीकरण पर लाखों रुपए खर्च किए गए थे, लेकिन शुक्रवार की रात पैसेज की सीलिंग गिर गई जिससे मनपा की किरकिरी हो रही है. घटना शुक्रवार की रात को होने के कारण तब मुख्यालय बंद था, इसलिए जनहानि अथवा कोई जख्मी नहीं हुआ. वैसे जब कार्यालय खुला रहता हैं तब लोगों को बहुत आवाजाही होती है.
पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं
मिली जानकारी के मुताबिक, फोटो में स्पष्ट दिख रहा है कि छत के स्लैब का सीमेंट का प्लास्टर भी उखड़ा हुआ है. उल्हासनगर मनपा मुख्यालय की इमारत कितनी कमज़ोर इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी है. मनपा की इमारत को लेकर चर्चा है कि 25-30 साल पहले बने मनपा मुख्यालय का भी स्ट्रक्चरल ऑडिट कर उसकी मरम्मत की जानी चाहिए. वहीं दबी आवाज से यह भी कहा जा रहा है यदि इस प्रकार की घटना शहर की किसी बिल्डिंग में होती तो मनपा अधिकारी दौड़कर उसे सील करते देते व उसको धोकादायक इमारत की सूची में डाल देते.
इस घटना को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के उल्हासनगर शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख ने कहा कि उनकी जानकारी के मुताबिक इसी वर्ष फरवरी में उक्त काम किया गया है जिस पर 10 लाख से भी अधिक खर्च हुए है. मनसे नेता देशमुख के अनुसार मनपा आयुक्त से इस पूरे मामले की जांच कर मनपा के दोषी अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे.