भारत-नेपाल सीमा के माध्यम से पटना लाया गया सोना
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि तस्करी के सोने को पटना, पुणे और मुंबई से जब्त किया गया था। जिन 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उसमें सात सूडानी नागरिक और तीन भारतीय शामिल हैं। अभियान का नाम 'ऑपरेशन गोल्डन डॉन' रखा गया था। डीआरआई की कार्रवाई के दौरान 1.35 करोड़ रुपये से अधिक के भारतीय और विदेशी मुद्रा नोट भी बरामद किए गए। अधिकारी ने बताया कि जब्त सोना ज्यादातर पेस्ट के रूप में जब्त किया गया। इसे भारत-नेपाल सीमा के माध्यम से पटना लाया गया। इसके बाद ट्रेनों या हवाई मार्ग से देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा गया। इसे बड़े पैमाने पर मुंबई ले जाया गया था।
तीन लोगों को पटना से पकड़ा
उन्होंने बताया कि विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए डीआरआई अधिकारियों ने रविवार देर रात तीन सूडानी नागरिकों को पकड़ा। यह कार्रवाई उस वक्त की गई, जब वे पटना रेलवे स्टेशन पर मुंबई जाने वाली ट्रेन में सवार हो रहे थे। अधिकारी ने बताया कि सोने का पेस्ट में 37.126 किलोग्राम वजन का सोना था। इसे 40 पैकेट में छिपाकर रखा गया था। इसे दो सूडानी नागरिकों के पास से बरामद किया गया था, जिन्होंने इसे स्लीवलेस जैकेट की विशेष रूप से बनाई गई पॉकेट में छुपाया था।
दो महिलाएं पुणे से गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि तीसरा विदेशी नागरिक सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी गतिविधियों का समन्वय करने वाला और तस्करी किए गए सोने के परिवहन की व्यवस्था करने वाला एक हैंडलर था। इसके अलावा दो सूडानी महिलाओं के दूसरे सेट को सोमवार को पुणे में पकड़ा गया, जब वे 5.615 किलोग्राम तस्करी के सोने के साथ एक बस में हैदराबाद से मुंबई जा रही थीं। जब्त की गई पीली धातु मिश्रित रूप में थी और हैंडबैग में छिपाई गई थी।
दो सूडानी नागरिकों को मुंबई में दबोचा
अधिकारी ने बताया कि पटना से मुंबई की यात्रा कर रहे दो सूडानी नागरिकों के तीसरे समूह को सोमवार को रेलवे स्टेशन पर रोका गया। उनके पास से 38.76 किलोग्राम सोना और 40 पैकेट में छिपाकर रखा गया सोने का पेस्ट बरामद किया गया। कुल मिलाकर डीआरआई ने 51 करोड़ रुपये मूल्य का लगभग 101.7 किलोग्राम सोना, 74 लाख रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा और 63 लाख रुपये भारतीय नोट जब्त किए। आगे की जांच जारी है।